सच्चा सुख़न: एक ग़ज़ल

📜 तआर्रुफ़: “सच्चा सुख़न” एक एहसासों से भरी ग़ज़ल है जो वफ़ा की तलाश में भटके दिल की दास्तान बयाँ करती है। इसमें मोहब्बत की सच्चाई, रिश्तों की हक़ीक़त और…

जैतून के फ़ायदे: एक ग़ज़ल

🖋️ तआर्रुफ़: “जैतून के फ़ायदे” ग़ज़ल एक बेहतरीन रूहानी और तबीबी तर्ज़ पर लिखी गई शायरी है, जो क़ुदरत के इस अनमोल तोहफ़े — जैतून — की खूबियों को असरदार…

दर्द का सफ़र: एक ग़ज़ल

🖋️ तआर्रुफ़: “दर्द का सफ़र” एक जज़्बाती और गहराई से लबरेज़ ग़ज़ल है, जो मोहब्बत में मिले धोखे, जुदाई के ज़ख़्म, और यादों की रहगुज़र से गुज़रते दिल की आवाज़…

“हक़ीक़त के चेहरे”: एक ग़ज़ल

तआर्रुफ़: ग़ज़ल “हक़ीक़त के चेहरे” इंसानी रिश्तों की तहों में छुपे झूठ, दिखावे और बनावटीपन को बेनक़ाब करती है। कबीर की कलम से निकली यह शायरी सच्चाई, शफ़्फ़ाफ़ियत और उस…

इज़हार-ए-खौफ़: एक ग़ज़ल

🖋️  तआर्रुफ़: ग़ज़ल “इज़हार-ए-खौफ़” जज़्बातों की उस नाज़ुक सरहद पर खड़ी है जहाँ मोहब्बत तो है, लेकिन बयान करने का हौसला नहीं। हर शेर दिल के उस दर्द को उभारता…

“ग़ुस्सा-ए-वफ़ा”: एक ग़ज़ल

तआर्रुफ़:_ “ग़ुस्सा-ए-वफ़ा”  एक दिल को छू जाने वाली ग़ज़ल है जो मोहब्बत के उन लम्हों को बयाँ करती है जहाँ जुदाई भी वफ़ा का सबूत लगती है। यह ग़ज़ल उर्दू…