जैतून के फ़ायदे: एक ग़ज़ल
🖋️ तआर्रुफ़: “जैतून के फ़ायदे” ग़ज़ल एक बेहतरीन रूहानी और तबीबी तर्ज़ पर लिखी गई शायरी है, जो क़ुदरत के इस अनमोल तोहफ़े — जैतून — की खूबियों को असरदार…
🖋️ तआर्रुफ़: “जैतून के फ़ायदे” ग़ज़ल एक बेहतरीन रूहानी और तबीबी तर्ज़ पर लिखी गई शायरी है, जो क़ुदरत के इस अनमोल तोहफ़े — जैतून — की खूबियों को असरदार…
🖋️ तआर्रुफ़ (Introduction): “तेरी यादों का नूर” एक रूहानी ग़ज़ल है जो मोहब्बत की ख़ामोश गहराई और जुदाई के बाद भी महबूब की मौजूदगी का अहसास बयाँ करती है। इसमें…
📘 तआर्रुफ़: “तेरे बिना…” एक दर्दभरी ग़ज़ल है जो मोहब्बत के उस मोड़ पर खड़ी है, जहाँ जुदाई सिर्फ़ दूरी नहीं, बल्कि रूह का बिखरना बन जाती है। शायर ने…